दोस्तों आज से पहले हम सभी
लोगो ने और देश के लिनक्स के बारे में बात कर रहे थे पर आज दोस्तों बाँस लिनक्स जो
कि एक भारतीय ऑपरेटिंग सिस्टम है आज हम इसके इतिहास के बारे में बातें करने वाले
है आइये विस्तार से जानते है बाँस लिनक्स के बारे में – खास भारतीय भाषाई
कम्प्यूटिंग कि आवस्यकताओं को देखते हुए बाँस लिनक्स कि स्थपना हुई दोस्तों यदि आप नहीं जानते कि लिनक्स क्या है तो ये जानने के लिए यहाँ क्लिक करे, फ्रेंड्स लिनक्स कितने प्रकार के है ये जानने के लिए यहाँ क्लिक करे
(भारतीय ऑपरेटिंग सिस्टम
सांल्यूशन) लिनक्स (Linux) का निर्माण भारत कि सरकारी क्षेत्र कि नामी कम्प्यूटिंग
संस्था सीडैक ने इसे जारी कियाहै बाँस लिनक्स में आपको हिन्दी, बंगाली, गुजरातीम,
तमिल, तेलुगु, मराठी, मलयालम, ओड़िया, पंजाबी इत्यादि आनेक भारतीय भाषाओ में
विभिन्न प्रोग्रामों में कम करने कि सुविधा प्रदान कि गई है इसमे बहुत सरे भारतीय
भाषाओ के न सिर्फ भाषाई वातावरण है बल्कि हर किस्म के कुंजीपट भी सम्मिलित है बाँस
लिनक्स का प्रयोग करने के लिए कंप्यूटर विशषज्ञ द्वारा एक बार संस्थापित कर लेने
के उपरांत भारतीय भाषाई प्रोयोक्ता को अंग्रेजी भाषा का ज्ञान आवश्यक नहीं होता है
और वो आपनी मात्री भाषा- जैसे कि हिन्दी में बखूबी का कर सकता है बाँस लिनक्स कि
सीडी आप आपने निकटस्थ सीडैक के ऑफिस से निशुल्क प्राप्त कर सकते है ऑफिसो कि सूची
यहाँ है http://bosslinux.in/getboss-cd/ सूची विवरण http://bosslinux.in/ से प्राप्त कर सकते है
दोस्तों उम्मीद है आप को ये पोस्ट बहुत ही पसन्द आई होगी और आप तो बाँस लिनक्स के बारे में पढ़ी लिए होंगे कि इसके क्या क्या
कार्य है दोस्तों इस पोस्ट से रिलेटेड आप को कोई प्रश्न हो तो आप हमें जरुर कमेन्ट
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फ्रेंड्स मिलते है आगले पोस्ट में तब तक के लिए गुड बाय!
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