दो अथवा उससे आधिक ऐसे कंप्यूटरों का नेटवर्क जो कम्युनिकेशन और डाटा शेयर करने के लिए एक जैसे प्रोग्राम अथवा प्रोग्राम के प्रकार का इस्तेमाल करते है, प्रत्येक कंप्यूटर अथवा पियर जिम्मेदारियों के हिसाब से इसमें एक जैसे समझा जाता है और प्रत्येक उसी तरह कम करता है
जैसे कि नेटवर्क में शामिल दुसरे कंप्यूटर, क्लाइंट/सर्वर आर्किटेक्चर कि तरह यहाँ एक फाइल सर्वर कि जरुरत नहीं होती, हालाकि नेवोर्क उतनी अच्छी तरह कम नहीं करता जैसे कि क्लाइंट/सर्वर के तहत खासकर भरी लोड के वक्त कम करता है! पियर टू पियर छोटे माहौल में सबसे अच्छा कम करता है, नेटवर्क के सभी कंप्यूटरों को व्यकितगत प्रशासन और मेंटेनैस कि जरुरत होती है यदि आपको दस से ज्यादा कंप्यूटर आपस में जोड़ने हो तो पियर टू पियर नेटवर्क का प्रयोग न करे !
रिसोर्स -में प्रिंटर और मोडम शामिल होते है! आमतौर पर पियर टू पियर में एक कंप्यूटर से जुड़े होते है! यह कंप्यूटर इनके प्रयोग को नेटवर्क के दुसरे कंप्यूटरों से शेयर करता है!
प्रोग्राम- ज्यादातर सॉफ्टवेर एप्लीकेशन जैसे कि वर्ड प्रोसेसर और स्प्रैडशीट प्रोग्राम जो पियर टू पियर नेटवर्क में इस्तेमाल होते है प्रत्येक कंप्यूटर में इंस्टाल होते है यूजर इनका इस्तेमाल आपने कंप्यूटर में नेटवर्क के दुसरे युजरो द्वारा तैयार डॉक्यूमेंट को देखने और उनपर कम करने के लिए कर सकता है!
परफोरमेंस -यदि कंप्यूटर रिसोर्स का इस्तेमाल करता है तो उसकी परफोरमेंस प्रभावित हो सकती है उदाहरण के लिए यदि पियर टू पियर नेटवर्क में एक प्रिंटर कंप्यूटर से जुड़ा हुआ है तो कंप्यूटर हर बार उस समय धीमी गति से कार्य करेगा जब कोई यूजर किसी डॉक्यूमेंट का प्रिंट निकाल रहा हो!
इंस्टालेशन- पियर टू पियर नेटवर्क में सभी कंप्यूटरों में नेटवर्क आपरेटिंग सिस्टम और सभी अप्लीकेशन इंस्टाल होनी चाहिए नेटवर्क में शामिल प्रत्येक कंप्यूटर इस तरह सेट होना चाहिए कि वह आपने आप में खुद पूरी तरह सूचनाओ और रिसोर्सज तक एक्सेज करने के काबिल हो! यूजर को यह सीखना चाहिए कि वह अपने कंप्यूटर को किस तरह एडमिनिस्ट्रट करे! पियर टू पियर नेटवर्क के लिए आमतौर पर कोई डेडिकेटेड सिस्टम एडमिनिस्ट्रट नहीं होता!
रिसोर्सेज तक एक्सेज करना- पियर टू पियर नेटवर्क में यदि कंप्यूटर ठीक से कम नहीं कर रहा है तो अन्य कंप्यूटर उसकी फाइले और रिसोर्सेज तक एक्सेज नहीं कर पाएंगे! हालाँकि अन्य कंप्यूटरों कि फाइल और रिसोर्सेज इससे प्रभावित नहीं होंगे!
सुरक्षा- पियर टू पियर नेटवर्क में यूजर फाइल और इन्फोर्मेशन को अपनेखुद के कंप्यूटर में स्टोर करते है! कोई भी अन्य यूजर आपने कंप्यूटर का इस्तेमाल कर दुसरे यूजर के कंप्यूटर कि फाइलों और इन्फोर्मेशन तक एक्सेज कर सकता है! इसलिए पियर टू पियर नेटवर्क में इन्फोर्मेशन कम सुरक्षित रहती है!
लागत- जब कम कंप्यूटर एक दुसरे से पियर टू पियर नेटवर्क के जरिए जुड़े होते है! तो इसमे लागत कम आती है लेकिन जैसे जैसे नेटवर्क बढता जाता है, यह महंगा होता जाता है! थान्कू फ्रेंड्स,,
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1 Comments
Nice intro thank you
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